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Crime Patrol: Serial Killer - MP's Aadesh Khambra who killed near 33 truck drivers and cleaners in 11 years (Episode 475 on 9 Aug 2021)


Serial Killer Aadesh Khambra
(Destructive)
भोपाल से 20-22 किलॉमेटर दूर मंडीदीप पे अपनी एक टेलर की छोटी सी दुकान चलाने वाले आदेश खांबरा 50-55 का एक आम आदमी सा दिखता है और उसको देख कर ये कोई भी नहीं कह सकता की वो एक सीरीयल किलर है जिसने 1-2 या 4 नहीं बल्कि 34 या उससे भी अधिक हत्याएँ की हैं. पुलिस ने इसको सितम्बर 2018 में भोपाल ने धर-दबोचा था और इसको दबोचने के बाद तक पुलिस को ये अंदाज़ा नहीं था की उन्होंने एक दुर्दांत सीरीयल किलर को धर-दबोचा है.
भोपाल के पास एक इंडस्ट्रीयल एरिया है मंडीदीप. मंडीदीप रायसेन डिस्ट्रिक्ट का एक क़स्बा है और यहाँ की फ़ैक्ट्रीज़ में देश भर से आए लोग काम करते हैं जो की अधिकतर मज़दूर तबके के हैं. आदेश खांबरा का परिवार उन्मे से एक है.

आदेश के पूर्वज बँटवारे के वक्त पाकिस्तान वाले एरिया से भारत आकर बस गए थे. आदेश के पिता सेना से सूबेदार के पद से रिटायर हुए थे और आदेश खांबरा भोपाल से 20-22 किलॉमेटर दूर मंडीदीप पे अपनी एक टेलर की छोटी सी दुकान चलाता था. ये शादीशुदा है और इसके 5 बच्चे भी हैं. आदेश के अनुसार उसने 34 ट्रक ड्राइवर और क्लीनर को मौत के घाट उतारा है और इन वारदातों की शुरुआत इसने मंडी दिल्ली और भोपाल के बीच मील नाम के इलाक़े सकी थी जोकि होशंगाबाद रोड पर है यह इलाक़ा ज़्यादातर सुनसान रहता था और रात के समय तो इस पर लोग न के बराबर ही चलते थे.

आदेश को ये श्योर नहीं है कि उसने पहली वारदात को कब अंजाम दिया था मगर उसकी बातों से यही लगता है कि यह बात कुछ 2007 की रही होगी उसका पहला टारगेट एक ट्रक ड्राइवर ही था मगर उसका इरादा उसको मारने का नहीं था बल्कि उसको लूट कर छोड़ दिया था पहली वारदात के बाद उसको लगा कि वो इन ड्राइवर्स को लूट कर टेलरिंग वाले काम से कहीं ज़्यादा पैसा कमा सकता है दर्ज़ी के काम में वो एक-दो साल में जितना कमाता है उतना तो यहाँ एक रात में ही कमा सकता है हालाँकि लोगों को दिखाने के लिए उसने टेलरिंग का काम जारी रखा.

पहली लूट के बाद जब उसका कुछ नहीं बिगड़ा तो उसका हौसला कुछ बढ़ गया और उसने दूसरी वारदात को अंजाम देने के लिए गुना ज़िले के राघवगढ़ क़स्बे को चुना जो कि मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का चुनाव क्षेत्र रह चुका है. ये भी सन 2007 और 2008 के बीच की ही बात है मगर इस वारदात में उसमें लूट को अंजाम देने के बाद ट्रक ड्राइवर की हत्या कर दी थी जिससे कि वो पकड़ा जा सके. इस वारदात में भी उसको अच्छी ख़ासी रक़म मिली थी जिसके बाद उसमें इस काम को अपना फ़ुल टाइम काम बना लिया.

लम्बी दूरी पर चलने वाले ड्राइवर्स के पास अधिकतर मोटी नक़दी होती है और उसके अलावा आदेश के पास ट्रक और ट्रक में रखे माल को बेचने का भी चांस रहता था. धीरे-धीरे करके यह सब आदेश के लिए एक बाएँ हाथ का खेल बनता जा रहा था. 2014 तक उसने पाँच ट्रक लूटे और आठ ड्राइवरों और क्लीनरों की हत्या की लेकिन उसकी हिम्मत उस समय बढ़ गई जब वो तीसरी वारदात को अंजाम देने के लिए महाराष्ट्र के अमरावती ज़िले में गया. हालाँकि इस वारदात के बाद को पकड़ा गया और तब डेढ़ साल के सजा भी हुई...


Online Episode on SonyLiv:
www.sonyliv.com...09-aug-2021

Online Episode on YouTube:
www.youtube.com/watch?v=vuNbU45Bq6E

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