एक रात एक अनिल कुमार नाम का एक लड़का जो की मेरठ से दिल्ली किसी काम की तलाश में आया है, प्रॉपर्टी डीलर प्रवीण से तब मिलने जाता है जब वो अपनी दूकान बंद कर के घर जा रहा होता है। उसके अगले ही दिन वो लड़का बाइक पर एक और लड़के के साथ प्रवीण के घर पहुचता है। अनिल हेलमेट लगाये हुए है जबकि उसका साथ उमेश बिना हेलमेट के है। अनिल प्रवीण को बातों में लगाता है और इसी बीच उमेश अपने बैग से एक पिस्तौल निकाल कर प्रवीण पर फायरिंग करता है। फायरिंग की आवाज़ सुन कर प्रवीण की पत्नी गीता किचन से दौड़ती आती है। वो इनदोनो लड़कों के पीछे भागती है मगर लड़के बाइक लेकर फरार हो जाते हैं। प्रवीण का बड़ा भाई विवेक और कुछ पडोसी उसको तुरंत अस्पताल ले कर जाते हैं मगर प्रवीण की रास्ते में ही मौत हो जाती है।
पुलिस को प्रवीण के घर के सामने वाले घर में लगे सीसी टीवी कैमरा से हमलावरों का फुटेज मिलता है जिसमे उनको बाइक का हुलिया पता चलता है। तीन दिन बाद पुलिस का एक खबरी पुलिस को बताता है की ये बाइक तीन दिन से एक पास की पार्किंग में खड़ी है। उस पार्किंग की फुटेज निकालने पर पता चलता है की बाइक के साथ कड़ी एक कार का भी इस्तेमाल किया गया है इस हत्या में। अब पुलिस बाइक के नंबर और कार के नंबर खंगालना शुरू करती है।
SonyLiv:
Part 1: http://www.sonyliv.com/watch/crime-patrol-satark-16th-october-2015-murder-for-p
Part 2: http://www.sonyliv.com/watch/crime-patrol-satark-17th-october-2015-treacherous
YouTube:
Part 1: http://www.youtube.com/watch?v=DPNwlgEBqS8
Part 2: http://www.youtube.com/watch?v=gOAMLgn1hTc
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