सुरेश एक बिजनेसमैन है और अनमोल सुरेश का इकलौताबेटा है। सुरेश का बड़ा भाई सुरेश की ही दूकान पे काम करता है। दशहरा-दिवाली के सीजन में उसका बड़ा भाई और उनका परिवार सुरेश के घर आते हैं। सुरेश की पत्नी बताती है की उसने जो लिफाफे उन लोगों के लिए तैयार किये थे वो मिल नहीं रहे हैं। सुरेश को गुस्सा आता है की होली में भी इसी तरह से रुपयों का लिफाफा गायब हुआ था।
इस बात को टाला जाता है मगर दिवाली एक एक दिन पहले सुरेश का बेटा अनमोल किडनैप हो जाता है। किडनैपर अनमोल से ही सुरेश की बात कराता है और छह लाख की फिरौती की मांग करता है। सुरेश डरा हुआ है और पुलिस को फ़ोन न करने का फैसला करता है। वो अगले दिन जाकर छह लाख रुपये किडनैपर की बताई हुई जगह पर रख के आता है और उसके घर पहुचने तक अनमोल भी घर पहुंच जाता है। अनमोल बिलकुल ठीक है मगर बहुत डरा हुआ है। उसको गुमसुम देख कर सुरेश उसके लिए उसका बोला हुआ एक महंगा पटाखा ला कर देता है जिसको देख कर अनमोल खुश हो जाता है। सुरेश को सुकून है की अनमोल अब खुश है मगर दिवाली की ही रात घर में एक और बड़ा हादसा हो जाता है।
SonyLiv:
http://www.sonyliv.com/watch/crime-patrol-satark-9th-november-2015-vishwasghaat
YouTube:
http://www.youtube.com/watch?v=7JEdpIqFpL0
Here is the inside story of the case:
www.crimestories.co.in/2015/11/crime-patrol-talking-parrot-helps-up.html
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