रिहाई
Dismission
49 year old Meena Awasthi (played by
Trishna Mukherjee) got lifetime imprisonment 19 year back in a murder case. She got punishment
on basis of circumstantial evidences. The case could have been challenged in the
High Court 19 years ago but no one did because no one came to take
responsibility of this case, neither husband nor her father-in-law.
Satyaved goes through the entire case history and assures Madhav that his mother will soon be released.
मीना अवस्थी को 19 साल पहले एक क़त्ल के जुर्म में उम्रकैद की सजा हुई थी। जब वो जेल गई तब प्रेग्नेंट थी और सज़ा के पहले ही साल में उसने एक बच्चे को जन्म दिया था। उस बच्चे का नाम माधव रखा गया और पैदा होने के कुछ साल बाद उसे बाल गृह में भेज दिया गया। माधव अब एक कपडा फैक्ट्री में काम करता है। वो अक्सर अपनी माँ से मिलने जाता रहता है और उसकी इच्छा है की वो अपनी माँ को जेल से निकलवा सके।
मीना के साथ की एक महिला जेल से निकलने वाली है। वो मीना को वकील सत्यवेद के बारे में बताती है जिनकी मदद से बिना किसी खर्चे के वो जेल से निकल रही है। मीना इन वकील के बारे में माधव को बताती है और माधव सत्यवेद से मिलने इलाहाबाद जाता है।
सत्यवेद मीना के केस की साड़ी जानकारी इकठ्ठा करते हैं और बताते हैं की मीना को 1993 में परिस्थिति जनक साक्षों के आधार पर सजा दी गई थी। ये केस हाईकोर्ट में 19 साल पहले ही लड़ा जा सकता था मगर तब कोई सामने नहीं आया, न माधव के पिता और न ही बाबा। सत्यवेद पूरे केस को समझने के बाद माधव को आश्वस्त करते हैं की मीना जल्दी ही जेल से बहार निकलेगी।
SonyLiv:
www.sonyliv.com/watch/crime-patrol-satark-14th-august-2015-rihaee
YouTube:
www.youtube.com/watch?v=Md-8Ww-TFJ0
Here is the inside story of the case:
www.crimestories.co.in/2015/08/crime-patrol-india-jail-born-man-bails.html
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1 Comments
Great son
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