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Case 50/2017: Guna Triple murder. Teenager Hemant, Ritvik, Lokesh kidnaped, killed, burnt (Episode 833, 834 on 22nd, 23rd July 2017)


एक गुमशुदा नाबालिग
A Teenager Goes Missing

Something is going between 5 teenage friends. Akshay is one of them who goes missing when he is going to buy a second-hand bike for himself. His father gives thirty thousand rupees to buy but when he leaves for it, it does not come back and goes missing. A day passes and his parents raise his missing complaint. Police start questioning all of his friends. According to his parents, he was about to go for that bike with his friends Jatin and Vishal, so police asks the duo first.

After six days of his missing, his father receives a ransom call from Akshay's mobile phone.



The story is based on a triple murder case of Guna - Madhya Pradesh. Hemant Meena's (as Akshay) father is an officer at the irrigation department. Hemant was a 9th pass student who left his studies after he failed. He was the only kid of his parents as his brother and sister died long ago. On the other hand, Lokesh Lodha had also left his studies after 10th because he was the only earner in the family. His father is a cancer patient and he used to work as a daily labor in the town. Ritik Namdeo was also 10th pass and the main accused Honey Dubey is also 10th pass.
inside story
YouTube | Dailymotion

Another accused who was their friend was a brilliant student. He is 12th pass with 60 percent. In his 10 exams, he got a distinction in four subjects and scored 91 percent. He still admits that it was just a trap in which he kept on involved automatically against his wish. Among all these five boys he is the only adult who is above 18 years. Prim accused Honey will soon come out of jail after maximum of 3 years of imprisonment as he was 15 years and 10 months old but Honey put his this friend's future in trouble.

Actors:
Evergreen, Most Talented then Child Artist now Youth of Crime Patrol
Other Actors:

ये घटना मध्यप्रदेश के गुना की है जहाँ एक के बाद एक तीन नाबालिग लड़कों का अपहरण करने के बाद हत्या की गई थी। कहानी की शुरुवात हुई थी हेमंत मीणा की गुमशुदगी से। बात 25 मई की है जब हेमंत अपने घर से चालीस हज़ार रुपये लेकर एक सेकंड हैंड बाइक खरीदने निकला था और फिर गायब हो गया। शुरू के दस दिन तक पुलिस इस गुमशुदगी की गुत्थी को सुलझाने में लगी रही मगर कुछ हाथ नहीं आया और 28 को इसकी जाली हुई लाश पुलिस ने बरामद की। इसकी लाश मिलने से पहले हेमंत के दो और दोस्त ह्रितिक और लोकेश भी गायब हुए जिनकी लाश भी पुलिस को 27 मई और 29 मई को मिली। तीनो लड़कों को एक ही तरीके से गाला काट कर मारा गया था और फिर जला डाला गया था। पुलिस को ये विश्वास था की इन हत्याओं के पीछे एक ही शख्स का हाथ है। हेमंत के पिता सिंचाई विभाग में अधीक्षक के तौर पे काम करते हैं। इनको हेमत के अपहरण के बाद एक फिरौती का फ़ोन भी आया था।हेमंत के अलावा गोपालपुरा में रहने वाला रितिक नामदेव अपने पिता से दोस्तों के साथ जाने की बात कहकर गया था। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा। उसकी लाश पटेल नगर में पुल के नीचे जली हुई हालत में मिली थी। ऐसे ही न्यू सिटी में रहने वाला लोकेश लोधा भूखे होने पर मां से रोटी बनाने की बात कहकर निकला था, इसके बाद वह लौटकर वापस कर नहीं पहुंचा। लोकेश भी अपने परिवार का इकलौता पुत्र था। उसका नरकंकाल पुलिस ने नैगमा की पहाड़ी से एक किशोर आरोपी की निशानदेही पर बरामद किया। वहीं हेमंत मीना का नर कंकाल बरामद कर दिया गया।
Aasit Redij, Abbas Ghaznavi, Chirag Sharma, Manish Raj, Mausam Dubey, Neetu Pandey, sanjeev tyagi, Suman Singh, Tushar Jha, Vibhuti Thakur, Vishal Jethwa,इन तीनो हत्याओं के बाद पूरा शहर सकते में था। पुलिस भी हैरान थी की उनकी नाक के निचे एक के बाद एक तीन खून होते चले गए और उनको भनक भी नहीं लगी। 29 मई को पुलिस ने इन तीनो के एक करीबी दोस्त और उसी माँ पूनम दुबे को अरेस्ट किया जिसके बाद इन हत्याओं का राज़ खुल कर सामने आना शुरू हुआ। इन दोनों की निशानदेही पर ही पुलिस ने नैगमा की पहाड़ी से राकेश लोधा का कंकाल बरामद किया था। इन दोनों माँ-बेटे के अलावा पुलिस ने इनके एक और दोस्त को भी अरेस्ट किया था और जेल भेज दिया था। पोलिस को ये जान कर हैरानी हुई थी की आरोपी ने टीवी पर आने वाले क्राइम देख कर इन हत्यांओ की प्लानिंग की थी। वो क्राइम शोज को देखकर इस कदर निडर और क्रूर हो चूका था की उसे किसी भी वारदात से डर नहीं लगता था। पैसे के लालच में ही ये और इसका एक दोस्त एक के बाद एक तीन हत्याएं करते गए। उन्होंने ह्रितिक के पेरेंट्स से उसके एवज में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी।

ह्रितिक नामदेव और हेमंत मीणा के मर्डर के बाद पुलिस का मानना था की इन हत्यायों के पीछे इनके दोस्त लोकेश लोधा का हाथ है मगर लोकेश की भी जली हुई लाश बरामद होने पर पोलिस की थ्योरी बदल गई। और इसी के बाद पुलिस ने इन दोनों माँ बेटे को अरेस्ट कर के पूछताछ शुरू की।

हेमंत मीणा कैंट में रहने वाले अंतर सिंह मीणा का इकलौता बेटा था। 18 मई को वो अपने पिता से 40,000 रुपये लेकर एक सेकंड हैंड बाइक खरीदने निकला था मगर वापस लौट कर नहीं आया।

पुलिस का कहना है कि पूनम दुबे का आपराधिक तत्वों के लोगों से संपर्क रहा है। उसके घर पर अक्सर युवकों की टोली बैठकर शराब और सिगरेट पीते रहते हैं। दुबे कालोनी में एक मंदिर की जमीन पर कब्जा करने के दौरान भी चर्चाओं में आ चुकी है। लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं हो पाई थी। पीड़ित पक्ष ने मांग उठाई कि महिला के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली जाए तो कई हाईप्रोफाइल लोगों से उसके संपर्क उजागर हो सकते हैं।

हेमंत का घर और मुख्य आरोपी का घर कैंटोनमेंट में आसपास ही था और हेमंत को आखिरी बार इसी के साथ देखा गया था जिसकी वजह से पुलिस के शक की पहली वजह ये माँ-बेटे ही थे। उस दिन इन सारे दोस्तों का एक साथ मिलना हुआ था और उसी समय हेमंत 40,000 रुपये लेकर बाइक खरीदने जा रहा था। पैसे की लालच में बाकी चारों ने हेमंत की गला दबा कर हत्या कर दी और फिर उसकी लाश पे पेट्रोल डाल कर जला दिया।
हेमंत को मारने के बाद किडनैपिंग की कॉल करना भी एक चाल थी। इस शातिर को पता था फिरौती माँगने से फंस सकता है फिर भी उसने हेमंत के ही फ़ोन से उसके पिता को इंदौर से कॉल की जो की गुना से करीब 200 किलोमीटर दूर था। ऐसा उसने इसलिए किया जिससे की पुलिस की जांच इंदौर की और घूम जाए।

पुलिस जांच और पूछताछ के बाद हृतिक जो की हेमंत की हत्या में साझेदार था, कुछ घबराने लगा था और वो पुलिस के सामने सारी पोल न खोल दे इस डर से उसको भी हेमंत की तरह ही मार दिया गया और इसके बाद लोकेश की भी हत्या कर दी गई। ये अपने तीसरे दोस्त की भी हत्या करने वाला था मगर इससे पहले ही पुलिस ने इसको धर दबोचा।

आरोपी की माँ उसके पिता से सालों पहले अलग हो गई थी और कैंटोनमेंट में इसके साथ अकेली रहती थी। उसके बयान के अनुसार उसे उसके बेटे द्वारा की गई इन हत्याओं की कोई भी जानकारी नहीं थी। हेमंत का पूनम दुबे के घर काफी आना जाना था। वो पूनम से बहुत घुल-मिल गया था जिसको देख कर इसको हेमंत से जलन होने लगी थी और धीरे धीरे ये हेमंत से नफरत करने लगा था। पुलिस के पास अभी तक पूनम के इन हत्याकांड में शामिल होने के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं मगर पुलिस को पूरा यकीन है की ये भी इन हत्यांओँ में शामिल होगी।

हेमंत के पिता अंतर सिंह का कहना है की उनका बेटा बहुत दिन से एक बाइक खरीदने की ज़िद कर रहा था। उन्होंने पहले तो मना कर दिया मगर जब उसने ये बोला की बाइक के पेपर्स पक्के हैं तो उन्होंने उसको खरीदने के लिए 40, 000 रुपये दे दिए। उनका ये भी कहना था की पूरे कैंट में सब जानते हैं की पूनम उर्फ़ पक्का कैसी औरत है और इसीलिए वो हेमंत को उसके घर से दूर रहने को बोलते थे। उनको हेमंत और पक्का के बेटे की दोस्ती बिलकुल भी पसंद नहीं थी मगर पक्का ने न जाने क्या जादू कर रखा था हेमंत पर। पक्का एक पहुंच वाली औरत है। एक बार पुलिस ने हेमंत की गाडी किसी वजह से पकड़ ली थी मगर पक्का ने फ़ोन कर के छुड़वा दी थी, तब से वो पक्का को पसंद करने लगा था। पक्का का ये बेटा पहले भी जेल जा चूका है और हेमंत के पिता का कहना था की अगर उनको पता होता की ये पहले भी जेल जा चूका है, तो हेमंत और उसकी दोस्ती कभी भी न रहने देते। हेमंत को उसके माँ-पिता ने ज़रुरत से ज़्यादा लड़-प्यार से पाला था। वो उसकी हर फरमाइश पूरी करते थे। उसको एक बाइक दिलवाई भी थी जिसको उसने 15 हज़ार नुक्सान पे बेच दिया था और पक्का से एक स्कूटी ले आया था।

पक्का के बेटे पर तीन हत्याओं का इलज़ाम है मगर फिर भी उसको ज़्यादा से ज़्यादा तीन साल की सजा होगी क्युकी उसकी उम्र सोलह साल से सिर्फ 2 महीने कम है। इसके दुसरे दोस्त को ये रियायत नहीं मिलेगी क्युकी उसकी उम्र 17 साल है।




YouTube:
Part 1: https://www.youtube.com/watch?v=TmuGkPSfpT4
Part 2: https://www.youtube.com/watch?v=4CbjFoXp9Ao

SonyLiv:
Part 1: A Teenager Goes Missing-1
Part 2: A Teenager Goes Missing-2

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