स्कूल के लौटते हुए तीन बच्चे देखते हैं की एक आदमी एक बस से उतरता है और उसी बस से टक्कर खा कर गिर जाता है. वो बुरी तरह से ज़ख़्मी है. बच्चे रास्ते में जाती एक जीप को रोकते हैं. उस जीप का चालाक और बच्चे मिल कर उस आदमी को उठाते हैं और अस्पताल ले जाते हैं. उस आदमी का खून काफी नेह चूका होता है. डॉक्टर काफी कोशिश करते हैं मगर उसकी मौत हो जाती है. डॉक्टर पुलिस को सूचित करते हैं, पुलिस उसके शव को मुर्दाघर भेज देते हैं और उसकी लाश को लावारिस लाशो की श्रेणी में दाल देती है. उस आदमी की फोटो अख़बार में भी दी जाती है और मौत के करीब 10 दिन बाद 2 आदमी अनिल, धरम और एक औरत शिवानी आकार बताते हैं की ये लाश गोपाल सिंह की है जो की कुछ दिन से गुमशुदा था और उसकी पत्नी का नाम कविता है. वो लोग उसके शव को साथ ले जाते हैं और कुछ दिन बाद वापस आकार उसके पंचनामा और पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट ले जाते हैं और फिर उसका डेथ सर्टिफिकेट भी बनवाते हैं.
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Abbas Gaznavi |
दूसरी और जोधपुर पुलिस दीपक नाम के एक शख्स को काफी अरसे से तलाश कर रही है. करीब 6 महीने बाद उनको दीपक के सेलफोन के स्विचऑन होने की सिग्नल मिलते हैं. पुलिस तफ्तीश करती है तो पता चलता है की दीपक का मोबाइल वही बच्चा इस्तेमाल कर रहा है जिसने गोपाल सिंह को अस्पताल पहुचने में मदद की थी. पूछने पर वो बच्चा बताता है की ये सेलफोन उसी गोपाल सिंह का है जो की अस्पताल ले जाते समय जीप में गिर गया था.
जांच करने पर पता चलता है की जो लोग उस लाश को गोपाल सिंह की लाश बता कर ले गए उसका असली नाम दीपक प्रसाद है और वो एक पुजारी का बेटा है.
START CAST:
- Sudeep Sarangi
- Shahab Khan
- Sudeepta Singh
- Amano Dhyan
- Sachin Tyagi
- Gulshan Pandey
- Bharat Chawda
Part 1: www.youtube.com/watch?v=X0vuS0ABMPk
Part 2: www.youtube.com/watch?v=xnkatkZRyMw
what is this?? cant u type in english!!
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